कुछ ख़याल कुछ लब़्ज़ – नेहल
दर्दकी सुराही, भर के आँसुओ से जीओ मॅय ज़िंदगीका समज़ के उसे पीओ। भरके आँखोमें रोज़ सपनोकी रोशनी … Continue reading कुछ ख़याल कुछ लब़्ज़ – नेहल
दर्दकी सुराही, भर के आँसुओ से जीओ मॅय ज़िंदगीका समज़ के उसे पीओ। भरके आँखोमें रोज़ सपनोकी रोशनी … Continue reading कुछ ख़याल कुछ लब़्ज़ – नेहल