
सूर्य ग्रहन- नेहल
मेरे भीतर से उठ रहा है ख़लाओं का काला चाँद ढक रहा है मेरे सूरज को धीरे धीरे रंगों … Continue reading सूर्य ग्रहन- नेहल
मेरे भीतर से उठ रहा है ख़लाओं का काला चाँद ढक रहा है मेरे सूरज को धीरे धीरे रंगों … Continue reading सूर्य ग्रहन- नेहल
મિત્રો આપણે બધાં રંગબેરંગી થીંગડા જેવા જિંદગી ના પહેરણ પર બનાવીએ રંગીન આવરણ ભૂખરા વાસ્તવ ને ઢાંકતું ઉકલી ગયેલા ટાંકાઓ … Continue reading મિત્રો – Friends – નેહલ