झाडुवाली – ओमप्रकाश वाल्मीकि
सुबह पाँच बजे हाथ में थामे झाड़ू घर से निकल पड़ती है रामेसरी लोहे की हाथ गाड़ी धकेलते हुए खड़ाँग-खड़ाँग … Continue reading झाडुवाली – ओमप्रकाश वाल्मीकि
सुबह पाँच बजे हाथ में थामे झाड़ू घर से निकल पड़ती है रामेसरी लोहे की हाथ गाड़ी धकेलते हुए खड़ाँग-खड़ाँग … Continue reading झाडुवाली – ओमप्रकाश वाल्मीकि