Category: Amruta Bharati अमृता भारती
Deep in the Stillness- सन्नाटे में दूर तक
Deep in the Stillness He threw me away like a clod of earth. He didn’t know I was a thing … Continue reading Deep in the Stillness- सन्नाटे में दूर तक
अब मैं लौट रही हूँ / अमृता भारती
अब कोई फूल नहीं रहा न वे फूल ही जो अपने अर्थों को अलग रख कर भी एक डोरी में … Continue reading अब मैं लौट रही हूँ / अमृता भारती
कालान्तर – Then And Now
कैशोर्य के उन दिनों में मैं सुबह की ख़ुशियों से भर जाता था, पर शामों में रुदन ही रुदन था … Continue reading कालान्तर – Then And Now