आज की पंक्तियाँ:मुनीर मोमिन: ख़्वाब

उर्दू से लिप्यंतरण : मुमताज़ इक़बाल मुनीर मोमिन सुपरिचित, सम्मानित और समकालीन बलोची कवि हैं। उनकी यहाँ प्रस्तुत बलोची नज़्में उनके … Continue reading आज की पंक्तियाँ:मुनीर मोमिन: ख़्वाब

आज का चुनिंदा अशआर : साक़ी फ़ारूक़ी

हद-बंदी-ए-ख़िज़ाँ = setting limits of autumn, हिसार-ए-बहार = circle of spring रक़्स = dance Continue reading आज का चुनिंदा अशआर : साक़ी फ़ारूक़ी

चुनिंदा अशआर : ज़ेहरा निगाह

चुनिंदा अशआर : ज़ेहरा निगाह

मय-ए-हयात में शामिल है तल्ख़ी-ए-दौराँ जभी तो पी के तरसते हैं बे-ख़ुदी के लिए मय-ए-हयात = wine of existence, तल्ख़ी-ए-दौराँ … Continue reading चुनिंदा अशआर : ज़ेहरा निगाह

कुछ चुने हुए शेर : मरग़ूब अली

कुछ चुने हुए शेर : मरग़ूब अली

हर्फ़ नाकाम जहाँ होते हैं उन लम्हों में फूल खिलते हैं बहुत बात के सन्नाटे में .. लब पर उगाऊँ … Continue reading कुछ चुने हुए शेर : मरग़ूब अली

कुछ चुने हुए शेर, ग़ज़ल – राहत इंदौरी

कुछ चुने हुए शेर, ग़ज़ल – राहत इंदौरी

मैं ख़ुद भी करना चाहता हूँ अपना सामना तुझ को भी अब नक़ाब उठा देनी चाहिए * ये ज़रूरी है … Continue reading कुछ चुने हुए शेर, ग़ज़ल – राहत इंदौरी

कुछ अशआर, नज़्म – निदा फ़ाज़ली

कुछ अशआर, नज़्म – निदा फ़ाज़ली

यूँ लग रहा है जैसे कोई आस-पास है वो कौन है जो है भी नहीं और उदास है  मुमकिन है लिखने … Continue reading कुछ अशआर, नज़्म – निदा फ़ाज़ली

कुछ चुने हुए शेर : ​सलीम कौसर

कुछ चुने हुए शेर : ​सलीम कौसर

बिछड़ती और मिलती साअतों के दरमियान इक पल यही इक पल बचाने के लिए सब कुछ गँवाया है     … Continue reading कुछ चुने हुए शेर : ​सलीम कौसर

कुमार पाशी – चुनिंदा अशआर

कुमार पाशी – चुनिंदा अशआर

हवा के रंग में दुनिया पे आश्कार हुआ मैं क़ैद-ए-जिस्म से निकला तो बे-कनार हुआ आश्कार = clear, manifest, visible, … Continue reading कुमार पाशी – चुनिंदा अशआर

चुनिंदा अशआर- बशीर बद्र (3)

चुनिंदा अशआर- बशीर बद्र (3)

धूप की चादर मिरे सूरज से कहना भेज दे गुर्बतों का दौर है जाड़ों की शिददत है बहुत …… उन … Continue reading चुनिंदा अशआर- बशीर बद्र (3)

निदा फ़ाज़ली – चुनिंदा अशआर

ज़िन्दगी की सच्चाइयों को खूबसूरती से पेश करनेवाले निदा फ़ाज़ली मेरी नज़र में उजालों के , उम्मीदों के शायर है … Continue reading निदा फ़ाज़ली – चुनिंदा अशआर

अहमद फ़राज़ – चुनिंदा अशआर

चुनिंदा अशआर शायद कोई ख्वाहिश रोती रहती है मेरे अन्दर बारिश होती रहती है। …. मैं चुप रहा तो सारा … Continue reading अहमद फ़राज़ – चुनिंदा अशआर

कुछ चुनिंदा अशआर- बशीर बद्र (2)

कुछ चुनिंदा अशआर- बशीर बद्र (2)

हम भी दरया हैं हमें अपना हुनर मालूम है जिस तरफ़ भी चल पड़ेंगे रास्ता हो जाएगा ……….. जिस दिन … Continue reading कुछ चुनिंदा अशआर- बशीर बद्र (2)

मीर तक़ी मीर

मीर तक़ी मीर  (1722-23  –   1810) उर्दू के पहले सबसे बड़े शायर जिन्हें ‘ ख़ुदा-ए-सुख़न, (शायरी का ख़ुदा) कहा जाता … Continue reading मीर तक़ी मीर

चुनिंदा अशआर- बशीर बद्र (1)

चुनिंदा अशआर- बशीर बद्र (1)

उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाए । – … Continue reading चुनिंदा अशआर- बशीर बद्र (1)